संघ में जाने से प्रत्यक्ष अनुभूति

"कोई व्यक्ति संघ में जितना डूबता जाता है, संघ में उतनी ही नई जानकारी मिलती है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जानना जितना कठिन है उतना ही आसान भी है। जिस तरह गुड़ को खाये बिना उसके स्वाद का पता नहीं लगाया जा सकता, उसी तरह संघ में गये बिना संघ को नहीं जाना जा सकता । संघ आज विश्व का सबसे बड़ा गैर-सरकारी संगठन होने के साथ-साथ सामाजिक जीवन के हर पहलुओं को छूने वाला संगठन है। संघ प्रत्यक्ष रूप से केवल शाखायें चलाने का काम करता है, जहां व्यक्ति निर्माण का कार्य होता है । इन शाखाओ से निकले स्वयंसेवक आगे जाकर समाज के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय हो कर अपनी रुचि के अनुसार समाज की सेवा का काम करते हैं ।"

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अब मैं वह व्यक्ति नहीं रहा जो पहले हुआ करता था...पढ़े यह लेख,कैसा लगा कमेंट में जवाब जरूर दे। writter अर्जुन 📝