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Showing posts from April, 2021

छबड़ा में उग्र भीड़ के सामने पुलिस भी थी बेबस: अब चारों ओर तबाही का मंजर, बिजली-पानी भी ठप

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 राजस्थान के बाराँ जिले के छबड़ा में सांप्रदायिक तनाव के बाद जिस तरह से मुस्लिम भीड़ का कहर बरपा, उससे इलाके के लोग काँप गए हैं। छबड़ा की सूरत बदल गई है और तबाही का मंजर साफ़ दिख रहा है। दुकानों में लगी आग को बुझाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कई दुकानदारों के लाखों के माल राख हो गए। बाइक, बस, कार- जो दिखा सब जला डाला गया। एक तीन मंजिला मिनी मार्ट को भी आग के हवाले कर दिया गया। ‘दैनिक भास्कर’ की ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार, उस मार्ट के मालिक संदीप लुहाड़िया ने बताया कि 500 से 50,000 रुपए की कीमत वाले 600-700 मोबाइल फोन लूट लिए गए। उन्होंने बताया कि उन्हें लगातार इस वारदात को लेकर फोन आ रहा था, लेकिन वो घटनास्थल पर पहुँचे भी तो दूर से अपने कारोबार की बर्बादी का मंजर देखते रहे। मात्र 15-20 मिनट में उन्हें 35 लाख रुपए का नुकसान हो गया। दुकान में बचे तो सिर्फ कुछ टूटे-फूटे मोबाइल फोन्स और खाली डब्बे। सभी दंगाई हथियारों से लैस थे। दरअसल, ये सब कुछ रविवार (अप्रैल 11, 2021) को शुरू हुआ था। हिन्दुओं की दुकानों को निशाना बनाया गया। पुलिस ने आँसू गैस के गोले दागे तो पुलिस को ही दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गय...

जाने कौन है बस्तर के ताऊजी जिन्होंने कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह सीआरपीएफ जवान को, नक्सलियों से मध्यस्थता कर रिहा करवाया।

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 #जानें_कौन_हैं_बस्तर_के_ताऊजी_जिन्होंने_राकेश्वर_सिंह_को_छुड़ाने_में_नक्सलियों_से_की_मध्यस्थता   छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के 87 वर्षीय धर्मपाल सैनी को ​​ताऊजी के नाम से जाना जाता है। और बताया जा रहा कि नक्सलियों के कब्जे से कोबरा कमांडो राजेश्वर सिंह को छुड़ाने में उन्होंने मध्यस्थता की है। आखिरकार आज छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह (Rakeshwar Singh) को लगभग 100 घंटे बाद तक रिहा किया। राजेश्वर सिंह को रिहा कराने के लिए केन्द्र सरकार ने एक टीम बनाई थी।जिसमें पद्मश्री धर्मपाल सैनी उर्फ ताऊजी, गोंडवाना समाज के अध्यक्ष तेलम बोरैया, पत्रकार गणेश मिश्रा और मुकेश चंद्राकर, राजा राठौर, शंकर भी शामिल थे। ​​ताऊजी के नाम से जाना जाता है। उन्हें भारत सरकार उनके कार्यों के लिए पदमश्री भी दे चुकी है। वहीं वह पिछले चार दशकों से राज्य में शिक्षा के स्तर को सुधारने के कार्य कर रहे हैं और उन्होंने राज्य की आदिवासी लड़कियों के लिए माता रुक्मणी देवी आश्रम के तहत 37 आदिवासी स्कूल खोले गए हैं। क्योंकि नक्सल प्रभावित इलाकों में स्कूल की बड़ी समस्या है। धर्मपाल क...