Posts

Showing posts from October, 2020

#प्रासंगिक... बाबा साहब जानने व स्मरण रखने योग्य

Image
 ☝️ #प्रासंगिक... जानने व स्मरण रखने योग्य। पूजनीय बाबासाहेब डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर द्वारा 5 फरवरी 1950 को संविधान सभा में दिया गया भाषण उनकी प्रखर देशभक्ति व #राष्ट्रप्रथम की भावना को स्पष्ट करता है तथा राष्ट्र-विरोधियों द्वारा समय-समय पर रचे जा रहे षड्यंत्रों के प्रति सावधान भी करता है। इसीलिए यह बात प्रत्येक देशभक्त नागरिक के #स्मरण व #आचरण में रहना भारत की एकता, अखण्डता व संप्रभुता के लिए #अनिवार्य आवश्यकता है। 👉 उन्होंने कहा "शताब्दियों की गुलामी के परिणाम स्वरूप हममें कुछ विकृतियां, ऊंच-नीच, भेदभाव, आर्थिक विषमता, पिछड़ापन, जातिवाद आदि उत्पन्न हुए हो सकते हैं, परन्तु इसे अपना #हथियार बनाकर कोई #विदेशी सहायता से हमारे स्वत्वों का अपहरण करना चाहेंगे तो हम इसे सहन नहीं करेंगे। हम उनकी यह आकांक्षा मिट्टी में मिला देंगे। यह हमारा घरेलू मामला है, इसलिए हम इससे आपस में निपटेंगे। अपने लाभ मात्र के लिए अथवा सामाजिक दृष्टि से अवनत अवस्था से उबरने के लिए हम कोई विदेशियों के #हस्तक नहीं बनेंगे। हमें अपने में उत्पन्न होने वाले #जयचन्दों से सावधान रहना होगा। हम जिस राष्ट्र अथवा समाज के...

वकील कौन ?-------------------

Image
 वकील कौन ?------------------------------------------------              राह जिसकी मुश्किल हैं, वो   ही  तो  वकील   हैं।  तुमने कब झांका अंदर तक ज्ञान   की  गहरी   झील  हैं पद ,   पैसा,  प्रतिष्ठा,  प्रभाव सब पे भारी उसकी दलील हैं उसके नसीब   में  तो   सिर्फ अर्जी,दावा,रिविजन,अपील हैं जाते होंगे सब तीर्थ यात्रा पर उसका  खुदा  तो  असील  हैं सामने उसके सब नतमस्तक  पीठ  पीछे  करते   जलील हैं न उधो का लेना,न माधो का देना बस  अपने   काम  में  तल्लीन हैं सभी अपनी समस्याएं देते धीर,  वीर ,  सहनशील   हैं समाज का प्रबुद्ध वर्ग कहलाता बेहद   गंभीर    चिंतनशील   हैं छोटा मोटा पर्वत नहीं दुर्गम    इन्द्रकील    हैं कर्म ही देवता कार्य ही पूजा झुंझारु  भारी ,कर्मशील  हैं मथ कर निकालता नवनीत ऐसा     पात्र      कठींल   हैं सीधा संबंध उसस...