आइये संघ को अपनी दृष्टि से जाने...

बहुत से लोग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में दूसरों से सुनकर सही या गलत धारणा बना लेते हैं और सत्य जानने के लिए कभी स्वयं किसी शाखा में पधारने का कष्ट नहीं करते। संघ को समझने का सबसे सरल और पक्का उपाय स्वयं शाखा में जाना है। बहुत से लोग इच्छा रहते हुए भी कई कारणों से शाखा नहीं आ पाते, इसलिए उनको भी संघ शाखा के सही स्वरूप का ज्ञान नहीं होता। यहाँ मैं संक्षेप में लिख रहा हूँ कि संघ की शाखा क्या है और उसमें क्या-क्या होता है? किसी एक क्षेत्र के स्वयंसेवकों के दैनिक एकत्रीकरण को संघ की शाखा कहा जाता है। यह एकत्रीकरण एक पूर्व निर्धारित स्थान पर निर्धारित समय पर होता है। उस स्थान को संघ स्थान कहा जाता है। यह कोई भी सार्वजनिक या निजी स्थान हो सकता है, जिसमें स्वयंसेवकों के एकत्रीकरण पर उस स्थान के स्वामी को आपत्ति न हो। सामान्यतया किसी सार्वजनिक पार्क के किसी कोने पर संघ शाखा लगायी जाती है। यह प्रातःकाल हो सकती है या सायंकाल भी। सामान्यतया तरुणों अर्थात् वयस्कों की शाखा प्रातःकाल तथा बच्चों या विद्यार्थियों की शाखा सायंकाल लगायी जाती है। हालांकि किसी भी शाखा में किसी भी उम्र का कोई भी व्यक...